सोमवार, 20 अप्रैल 2020

covid-19 में कई सरकार राज्य दिखा रहे है अपना असली चरित्र मजदूरो की क्या है गलती

चर्चा में क्यों है :-

हालिया दिनों में अपने कई खबर देखा होगा की लोग अपने घर जाना चाहते है पर सरकारी की नीतियों की वजस से वह जहा थे वही पर रुक गए क्योकि सरकार ने घोषणा किया की कोई भी व्यक्ति lock down  के दौरान बहार नही निकलेंगे जो मजदुर बहार निकल गये थे उन्हें उसी राज्य में quarantined  कर दिया गया | लेकिन ये घटना उसके बाद है की जहा कोटा (राजस्थान का एक शहर जहा बच्चे बड़ी संख्या में  लाखो के पैसे खर्च कर इंजीनियरिंग कॉलेज में नामांकन के लिए प्रतियोगिताओ की तैयारी करते है |) से हजारो संख्या में बच्चो को बुला लिया है |

यही स्तिथि विदेश में फसे गरीब मजदूरो की है जो विदेश में अस्थाई नौकरी में है |

इन सब का विवरण नेचे दिया जायेगा |

मजदूरो को बुलाने में क्यों राज्य सरकार कर रही है मनमानी |

जैसा की हम जानते है किसी भी परेशानी  का सामना सबसे पहले गरीबो , मजदूरो और किसानो को करनी पारती है वैसे ही COVID-19 के दौरान लोगो को आज कल सरकार की गलत नीतियों की वजस से मजदूरों पर आ चुकी क्योकि जो लोग आमिर उन्हें तो चार्टर प्लेन और राज्य सरकार की परिवहन के माध्यम से बुला जा रहा है लेकिन वो मजदुर जिनके रेमिटेंस से सरकारों की अर्थ व्यवस्था सही होती है आज उन्हें ये दिन देखना पर रहा है की कोई भी सरकार उन्हें बुलाने से मना  कर रही | वही जो, बड़े पैसे वाले और मंत्रियो के बच्चो को बुलाया जा रहा है | 

इस समय बिहारसरकार कुछ बच्चो को भी बुलाने से मना किया साथ ही मजदूरो क्योकि बिहार सरकार को लगता है की हम जो पैसे कोरोना सहायता के माद्यम से दे रहे है| वे सभी लोगो तक पहुँच रहा है जो एक मिथ्या के अलवा कुछ नही|  क्योकि बहुत से लोगो के केवल पत्नी के नाम से अकाउंट है जो गाँव में रहती है उनके पति के नाम से बहुत से लोगो के खाता नही है | जो लोग बहार फंसे है |


                                             क्या हो आगे की रह ?

राज्य सरकार को चाहिए की अपने लोगो के दुसरे राज्यों से संपर्क बनाया और वह के NGO से सही बातचीत स्थापित करे और मजदूरो की रहने और खाने के साथ-साथ उनके टेस्ट का इंतजाम कराए |








इंटरनेशनललेबर आर्गेनाईजेशन की रिपोर्ट्स |

पुरे दुनिया में ३ करोर लोग किसी दुसरे देश में रहते है उनमे से 90 लाख लोग GULF COUNTRY में रहते है जिनमे से 90% लोग LOW और SEMI-SKILLED लोग है इसका अर्थ है उनके पास परमानेंट को नौकरी नही है लेकिन अभी के हालिया समय को देखते है हुए संयुक्त अरब अमीरात ने बोला है की यदि अभी वे देश जो हमारी देश  में रह रहे मजदूरो के सही से पेश नही आती है तो उनके आगे के राह के बारे में सोचना होगा |

व्ही केरल सरकारअपने मजदूरो को हर संभव मदद करने की बात कहीहै  लेकिन अभीतक केंद्र सरकार ने कुछ नहीबोला है |

 

gulf country में माइग्रेंट मजदूरो की रिपोर्ट 

 

दुसरे देशो के तुलना में भारतीय माइग्रेंट मजदूरो के रिपोर्ट 

 

ECR REPORT TOP TEN STATES :-

 

CLEARNESS REPORT:-

 

 

 

 कुछ महत्पूर्ण जानकारी जो मजदूरो के है इसे समझे |

 

 इस समय आगे के राह  क्या हो और कैसे हम उन्हें सही से अस्वासन और विश्वास की उम्मीद जगा सकता है, सरकारे नीचे दिए कुछ उपाए को लागु कर सकते है |

1. अपने लोगो की सही जानकारी निकले क्योकि कुछ मजदुर किसी और रास्ते जाते है जिनके पास न तो पासपोर्ट नहीं है सही नौकरी होती है | उन्हें अपने एम्बेसी से सम्पर्क कराए |

२. उस देश के सरकारों से संपर्क करे और वहा के ही कंपनियो में ही उनकी टेस्ट हो |

३. कुछ बजट उनके खाने के लिए भी उनके ACCOUNT में एम्बेसी के माद्यम दे या सरकार और कंपनियों से खाने के सही सलामत रखे |

4. जल्द से जल्द उनको अपने देश आने की व्यवस्था करे |



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