आपका एक बार पूरी सच पदे और
खुद समझ जायेंगे की आखिर क्यों चीन पूरी जानकारी छुपा रहा रहा और कब से वायरस चीन
में फैला था | और हम इस आर्टिकल में यही भी समझे गे की आखिर
क्यों चाइना का साथ WHO
के निदेशक tedros दे रहे है | आखिर क्यों चीन लोगो के आँखों में धुल झोकनी की
कोशिश कर रहा है इन सभी मुद्दों पर बहुत ही सटीक जानकारी दूंगा और बताऊंगा की ये
आर्टिकल विधार्थियों के क्यों आवश्यक है | इन सभी बातो की चर्च हम इस आर्टिकल
सिलसिवार दंग से करेंगे |
करोना वायरस चीन में कब क्यों और कैसे फैला ?
दरशल ये बात है 2002 और
2003 की जब ये वायरस चीन के अन्दर अपना पैर फैला रहा था तभी चीन ने कुछ देशो से
जैसे फ्रांस , अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया को कहा की मै एक virolology institute (जहाँ
वायरस का परीक्षण किया जाता है और बचने के उपाए ढूंढे जाते है|) खोलने की बात कही
और इसके लिए छीने पैसे देने को तैयार था | अमेरिका , फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया ही ऐसा
देश है इसके पास इस तरह के अनुसन्धान खोलने के तकनीक है जिसमे BS-4 लेवल का TECHONLOGY लगा रहता है | इन देशो
ने अपने साइंटिस्ट और कुछ सामान दिए ताकि ये INSITUTE बन जाये | INSITUTE बनने के
बाद बड़ी तेजी से यहाँ कम शुरू और मई आपको बता दू की यह institute WUHAN शहर में है
|
2018 में कुछ अमरीकी
वैज्ञानिक WUHAN शहर में इस VIROLOGY केंद्र पर जाते है और वहां उन्होंने देखा की
यहाँ पर जो कम हो रहे वे इस केंद्र के मानक के अनुसार नही हो रहा यहाँ पर लोग का
ध्यान बहुत ही अटपटा यानि यहाँ पर वायरस के बहार जाने से रोकने पर कोई विशेष ध्यान
नही है | इसकी जानकारी उन्होंने 2018 में जहाँ की थी | WUHAN शहर में ही है वेट
मार्केट जहाँ से से क्याश लगाये जा रहे थे की वायरस फैला था |
क्या है वेट (wet) मार्केट और यह क्यों चर्चा में है ?
आपने सुना होगा की चीन के
wet मार्केट से ही यह वायरस फैला है दरसल बात यह है की यहाँ पर चीन का सबसे बड़ा
मीट मार्केट है जहाँ पर हर तहर के जीवो के मीट उपलब्द होता है | यहाँ की स्तिथि
ऐसी है की जो जानवर लुप्त होने के कगार पर है या लुप्त हो गये है उनका भी मीट इस
wet बाजार में मिलता है | यहा पर बहुर से जीवो को मारा जाता है जिससे खून की
मात्रा ज्यादा निकलता है और मीट को सही से रखने के लिए पानी उस पर बार-बार छिरकना
परता है इससे के सारे वायरस का जन्म होता है | आपको पता होगा की कई वैज्ञानिको का
कहना है के ये बीमारी BAT, सांप या पेंगुलिन से फैला है जो इस बाजार में मिलता है
और लोगो द्वरा इसे वहां पर खाने के रूप में भी इस्तेमाल करते है |
आपको इससे जानने को मिला की
यह wet बाजार और virology केंद्र W
UHAN में ही है और इस wet मार्केट की दुरी 8
mile है virology केन्द्र से तो वैज्ञानिको का कहना
है या तो इस लैब से निकल कर उस
wet माकेट में गया जहाँ से ये वायरस पुरे इलाके में फैल गया और या तो ये वायरस इस
मार्केट गया हो जहाँ पर टेस्टिंग के दौरान सही से ध्यान न देने की वजह से पूरी
guhan शहर और वहाँ से पुरे चीन और फिर चीन से पुरे दुनिया में फैला गया हो |
कौन किसने क्या कहा :-
क्या है सम्बन्ध चीन और WHO के निदेशक TEDROSE और क्यों WHO बचने में लगा है
चीन को ?
दरशल बात 2011 और 2012 की है जब
tedros इथोपिया के विदेश मंत्री बने और यूनाइटेड नेशन के साथ मिल कर अदिशाबबा
एजेंडा के तहत वह पर कुछ फंडिंग की बात हुई इस में चीन ने भी सहयोग किया |
2015 और 2016 में चीन ने 16 मिलियन डॉलर का इन्वेस्टमेंट रिफ्यूजी प्रोग्राम
के लिए किया |
2017 में चीन ने चाइना में 44 मिलियन डॉलर का इन्वेस्टमेंट किया जब tedros
इथोपिया को छोड़ कर who के प्रमुख बने इस साफ हो जाता है की उनके देश में चाइना के
इन्वेस्टमेंट को लेकर उसके खिलाफ न तो कुछ बोल रहे है नही किसी को बोलने की अनुमति
दे रहे है|
यह बात यहाँ तक ही नही रुकी आपको बता होगा की UN और WHO में लोगो का चुनाव वोट
के माध्यम से होता वहां भी ये एक साथ पाए जाते है | tedros जब से निदेशक बने है तब
चाइना को दिया चने वाला फण्ड बहुत बढ़ गया है इन सभी बातो को मिलाये तो साफ हो जाता
है की क्या रिलेशन है चाइना और tedros में |
चीन के पर्भुत को बढ़ने के उदेश से शयद ऐसा किया जा रहा हो ताकि अमेरिका बाहर
चीन एक महाशक्ति के रूप में उभरे | चीन इस वर्ष 2020 में WHO की फंडिंग बढ़ा दी है
ताकि अमेरिका के फण्ड न देने की कमी न सामने आये |
who क्या है क्या करता है क्यों चर्चा में है ?
who का पूरा नाम वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन (विश्व स्वाथ्य संगठन) है | इसकी
स्थापना 7 अप्रैल 1948 को हुआ | इसलिए हर साल इस दिन को विश्व स्वाथ्य दिवस मानते
है | इसका मुख्यालय जेनेवा में है जो स्विट्ज़रलैंड की राजधानी है | इसमें अभी करीब
7000 लोग जुरे है , करीब 150 देशो है | अभी इसमें 6 रीजनल ऑफिस है |
who कैसे कम करता है ?
who पुरे विश्व में स्वाथ्य पर देने की स्वताये संगठन है | इसका कम समय पर
बीमार और किसी भी तरह के बीमारयो के लक्षण, मेडिसिन और इसे किस तरह निपटा जा सकता
है इसके बारे में लोगो को जागरूक करता करता है | who समय आने पर दावा निर्माण
करेने और किसी भी तरह के बीमारी के नाम रखने और उससे सम्बंधित दवा बनाने के ट्रायल
भी करता है |
इसके फण्ड के बात की जाये तो इसमें सबसे ज्यादा अभी तक पैसे चाइना
देता था | क्योकि इसमें पैसे का कॉन्ट्रिब्यूशन कोटा के तहद होता है |
इसके डायरेक्टर जनरल Dr Tedros Adhanom Ghebreyesus है ,
जो इथोपिया से है |
Eventually the field was boiled down to two
candidates - Dr Tedros and Briton Dr David Nabarro, a life-long physician who
had helped lead UN responses to previous outbreaks including bird flu, the cholera
outbreak in Haiti, and the Ebola outbreak in West Africa.
In 2015 and 2016 China gave some $16million to
Ethiopia in spending commitments and cash contributions, largely in support of
food or refugee programmers.
In 2011, just before Dr Tedros took up the role,
and in 2017, just after he left, China handed over another $44million in
commitments and contributions.
Its total contributions outside of this period,
dating back to the year 2000, were just $345,000.
In 2017, Dr Tedros left the Ethiopian government
and entered the running for Director-General of the WHO as the tenure of Dr
Margaret Chan, a Canadian-Chinese physician, was coming to an end.
The election was the first to take place under a
system of polling all UN member states as part of a secret ballot. Previously,
leaders were chosen by a closed-door vote of an executive committee.
sahi bat hai
जवाब देंहटाएंHey
जवाब देंहटाएंWhat an amazing write up. Thank you for sharing this. Carry on writing such kind of usefull articles and I’m going to put this into use one of these days.
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Thanx